May 6, 2024, 09:07 AM IST

भानुमति से जुड़ी है कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा कहावत, जानें इसकी वजह

Nitin Sharma

महाभारत में भानुमति द्रौपदी के बाद दूसरी सुंदर और शक्तिशाली महिलाओं में से एक थी. 

भानुमति कलिंग के राजा चित्रांगद की बेटी थी. वह बहुत ही प्रतापी थी. 

भानुमति की शादी योग्य वर से करने के लिए उसके पिता ने स्वयंवर किया था. 

इसी स्वयंवर में दुर्योधन ने जबरन भानुमति और उसकी सेहली सुप्रिया का अपहरण कर शादी कर ली.   

महाभारत युद्ध में दुर्योधन की मौत के बाद भानुमति ने अर्जुन से शादी कर ली थी.

इसी के बाद भानुमति पर एक कहावत बनी. कहीं का ईंट कहीं का रोड़ा भानुमति से कुनबा जोड़ा. 

इस कहावत का अर्थ अपने स्वार्थ के लिए असंगत वस्तुओं या व्यक्तियों को एकत्र करके कुछ भी बना देना और अपना बचाव करना.

भानुमति ने अपने कुनबे,  परिवार को बचाने के लिए हर वो असंगत काम और जोड़तोड़ किये, जो संभव नहीं थे.

दुर्योधन की मौत के बाद सती होने की जगह भानुमति ने अर्जुन से शादी का कदम भी अपने परिवार और बच्चों को बचाने व कुल को आगे बढ़ाने के लिए किया.  

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)