महाभारत का युद्ध भारतीय इतिहास के सबसे विनाशकारी युद्धों में से एक है.
अक्सर यह माना जाता है कि महाभारत का युद्ध द्रौपदी के चीरहरण के कारण लड़ा गया था.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस महायुद्ध में केवल द्रौपदी ही नहीं बल्कि कई अन्य पात्रों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.आइए यहां जानते हैं.
दुर्योधन ने द्रौपदी का अपमान किया जिससे पांडवों में बदले की भावना पैदा हुई थी और यह महाभारत के युद्ध का एक प्रमुख कारण भी था.
दुर्योधन के पिता धृतराष्ट्र हमेशा अपने बेटे को सही मानते थे और उसकी गलतियों को नजरअंदाज करते थे. इस अंधे प्रेम के कारण दुर्योधन और भी अहंकारी हो गया था.
पांडवों ने द्रौपदी को जुए में हार दिया था, जो एक बहुत बड़ी गलती थी और युद्ध का कारण बनी.
शकुनि ने दुर्योधन को हमेशा गलत रास्ते पर डाला और पांडवों के खिलाफ भड़काया.
कौरवों का सबसे बड़ा पुत्र दुर्योधन पांडवों से ईर्ष्या करता था और उन्हें हराना चाहता था. उसने कई बार पांडवों को धोखा देने की कोशिश की और अंततः युद्ध का कारण बना.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.