अज्ञातवास से पहले इस पेड़ पर अर्जुन ने छुपाए थे हथियार
Ritu Singh
महाभारत में पांडवों को 12 वर्ष के वनवास के बाद एक वर्ष का अज्ञातवास बीताना था.
5 पांडवों और द्रोपदी जब 12 साल का वनवास काट चुके तो सभी ने अज्ञातवास के लिए अगल अलग काम करना तय किया था, तब अर्जुन ने अपने अस्त्र-शस्त्र एक पेड़ पर छुपा दिए थे.
5 पांडवों और द्रौपदी ने अपनी पहचान छिपाकर लगभग 1 वर्ष तक मत्स्य प्रांत के राजा विराट की सेवा की थी लेकिन उससे पहले अर्जुन ने अपने हथियार पेड़ पर छुपा दिए थे.
अर्जुन ने शमी के पेड़ में हथियार छिपा रखा था. हालांकि कुछ जगह ताड़ के पेड़ का भी जिक्र है. लेकिन कांटेदार वृक्ष की बात से यह तय होता है कि ये वृक्ष शमी का ही रहा होगा.
राजस्थान के अलवर से 41 किमी दूर स्थित यह स्थान अब ताल वृक्ष के नाम से जाना जाता है. पौराणिक कथा के अनुसार यहां एक विशाल शमी का पेड़ था.
इस वृक्ष पर हथियार रखने के कारण ही इसका नाम अर्जुन वृक्ष रखा गया है.
इसलिए विजयादशमी पर शमी वृक्ष की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि शमी वृक्ष की पूजा से सभी कार्यों में विजय मिलती है. शमी के पेड़ की पूजा से शनि प्रसन्न होते हैं और जीवन की सभी परेशानियां दूर कर देते हैं.