Mar 1, 2024, 02:37 PM IST
हिंदू धर्म में पूजा अर्चना करने के साथ ही मंत्र जाप का बड़ा महत्व है. मंत्र न सिर्फ भगवान से जोड़ता है. इसका सकारात्मक प्रभाव भी जीवन पर पड़ता है.
भगवान को प्रसन्न करने के लिए उनके अलग अलग मंत्र होते हैं. इन्हीं में से एक भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र है.
महामृत्युंजय मंत्र बहुत ही शक्तिशाली मंत्रों में से एक है. इसका अर्थ मृत्यु को जीतने वाला होता है.
महामृत्युंजय मंत्र के जाप से महादेव प्रसन्न होते हैं. महादेव सभी दोष और कष्टों से मुक्त कर देते हैं. महाशिवरात्रि पर महादेव की पूजा अर्चना के दौरान महामृत्युंजय मंत्र के जाप से विशेष कृपा प्राप्त होती हे.
ये है महामृत्युंजय मंत्र ''ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्''
कहा जाता है नियमित रूप से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से व्यक्ति की उम्र बढ़ती है. उसे स्वास्थ से लेकर मानसिक रूप से होने वाला तनाव और बीमारियों से छुटकारा मिलता है. शरीर के अंदर पॉजिटिव एनर्जी आती है, जो व्यक्ति को बल और शक्ति प्रदान करती है.
शास्त्रों की मानें तो नियमित रूप से महामृत्युंजय मंत्र के जाप करने से ही अकाल मृत्यु का डर खत्म हो जाता है. गंभीर बीमारियों से लड़ने और उन्हें दूर करने की क्षमता आती है. घर से बाहर जाते समय इस मंत्र का जाप करने से नकारात्मकता दूर होती है और व्यक्ति के सभी काम बनते चले जाते हैं.
भगवान शिव के सबसे शक्तिशाली मंत्रों में से एक महामृत्युंजय मंत्र का नियमित जाप व्यक्ति के भाग्य को जागृत करता है. यह मनुष्य को धन से लेकर सुख शांति और सौभाग्य की प्राप्ति कराता है.
महामृत्युंजय मंत्र के जाप से व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ और धन लाभ के साथ ही यश और सम्मान की प्राप्ति होती है. समाज में इन्हें एक अलग दर्जा मिलता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.