रामायण में जितनी महिमा भगवान राम के धनुष की बताई गई है, उतना ही बड़ा काल हनुमान जी की गदा को भी राक्षसों के लिए बताया गया है.
हनुमान जी की गदा से किस तरह संकट दूर भागते हैं और भूत-पिशाच भी पास आने से डरते हैं, उसका जिक्र हर पुराण में आपको मिल जाएगा.
संकट मोचक कहलाने वाले हनुमान जी की गदा उनके भक्तों के संकट को दूर करती है. क्या आप जानते हैं यह गदा हनुमान जी को किसने दी थी?
शास्त्रों के मुताबिक, यह गदा हनुमान को धन के देवता कुबेर ने दी थी और आशीर्वाद दिया था कि इसके रहते उन्हें कोई नहीं हरा पाएगा.
कुबेर भगवान की दी हुई इस गदा का एक खास नाम भी है, जो हम आपको बता रहे हैं. हनुमान जी की गदा का नाम शास्त्रों में कौमोदकी बताया है.
धन के देवता कुबेर ने हनुमान जी को जो गदा दी थी वह सोने की बनी हुई थी और इतनी भारी थी कि केवल हनुमान ही इस संसार में उसे उठा सकते थे.
हनुमान चालीसा में कहा गया है, 'बायीं भुजा असुर संहारे, दाहिनी भुजा संतजन तारे'. दरअसल कौमोदकी गदा सदैव हनुमान के बाएं हाथ में रहकर शत्रुओं का संहार करती है.
DISCLAIMER: यह पूरी जानकारी सामाजिक और धार्मिक मान्यताओं व आस्थाओं पर आधारित है. इसकी सत्यता की पुष्टि DNA Hindi नहीं करता है.