Aug 30, 2024, 07:39 PM IST

किचन की इस दिशा में भूलकर भी न रखें चूल्हा, चली जाएगी सुख-समृद्धि!

Aditya Katariya

वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन को घर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है.  

रसोई में चूल्हे की दिशा बहुत महत्वपूर्ण होती है. चूल्हा घर में अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करता है और इसका सही दिशा में होना बहुत जरूरी है.

आइए यहां जानते हैं कि रसोई में चूल्हा किस दिशा में रखना चाहिए और किस दिशा में नहीं रखना चाहिए.

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई में चूल्हा दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए. इस दिशा को अग्नि कोण कहते हैं.

यह दिशा अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करती है और चूल्हा भी अग्नि से जुड़ा होता है. इसलिए इस दिशा में चूल्हा रखने से घर में सुख-समृद्धि आती है.

दक्षिण-पश्चिम दिशा राहु का स्थान माना जाता है. इस दिशा में चूल्हा रखने से घर में कलह, लड़ाई-झगड़े और आर्थिक परेशानियां हो सकती हैं.

उत्तर दिशा जल तत्व का प्रतिनिधित्व करती है. अग्नि और जल विपरीत तत्व हैं, इसलिए उत्तर दिशा में चूल्हा रखने से भी परेशानी हो सकती है.

पश्चिम दिशा वायु तत्व का प्रतिनिधित्व करती है. अग्नि और वायु का मेल आग लगने का खतरा बढ़ाता है. इसलिए चूल्हा भी पश्चिम दिशा में नहीं रखना चाहिए.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.