May 28, 2024, 01:53 PM IST
प्रेमानंद महाराज अपने प्रवचन के दौरान भक्तों के सभी सवालों के जबाव देते हैं. उन्होंने एक भक्त के पूछने पर बताया कि दान ब्राह्मण को देना चाहिए या किसी गरीब को देना चाहिए.
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, दान देने से पहले दान का अर्थ समझना चाहिए. दान का अर्थ है किसी जरूरतमंद को कुछ देना.
किसी बीमार व्यक्ति को जो खुद से सक्षम नहीं है उसे दवाई दिला दो. ऐसे में दान करते समय कभी भी नहीं देखना चाहिए कि वह व्यक्ति कौन है.
किस जाती, धर्म या देश का है. यदि हम सक्षम हैं तो ऐसे व्यक्ति की मदद करनी चाहिए. सभी में परमात्मा वास करते हैं.
भगवान व्यक्ति को भाव देखकर प्रसन्न होते हैं. अगर आपके सामने कोई व्यक्ति कांप रहा है तो उसे अपना शॉल उतारकर दे दें.
महाराज जी कहते हैं कि, धन का दान करते समय इंसान को सावधान रहना चाहिए. हो सकता है कि कोई इन पैसों को लेकर गलत कार्य करें.