Mar 15, 2024, 11:30 AM IST

अपनी भतीजी के सामने आने से कांपता था रावण

Nitin Sharma

रामायण में रावण का जिक्र कई जगहों पर किया गया है. रावण बड़ा शिवभक्त था. वह महाशक्तिशाली और ज्ञानी था.

लेकिन रावण के बुरे कर्म और उसका अहंकार ही दशानन के मौत की वजह बन गये. माता सीता का हरण करने वाले रावण का श्रीराम ने वध किया. 

आप जानते हैं कि रावण अपने घर में भी एक कन्या से डरता था. उसके सामने आते ही कांपने लगता था. 

यह कन्या रावण की भतीजी थी, जिसे देखते ही रावण डर के मारे उसके सामने आने से बचता था. 

रावण की यह भतीजी भाई विभीषण की बेटी थी, जिसका नाम त्रिजटा था. 

त्रिजटा बहुत ही तेजस्वी और ज्ञानी थी. उसके तेज के सामने कोई भी राक्षस टीक नहीं सकता था.

राक्षस कुल में जन्म लेने के बावजूद त्रिजटा सात्विक विचार रखती थी. वह जप और तप करती थी. 

त्रिजटा में देवी का अंश था. उसने रावण के युद्ध करने से पहले ही हारने की भविष्यवाणी कर दी थी. 

त्रिजटा ने ही रावण के कैद में रही माता सीता की राक्षसों से रक्षा की थी. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)