Jul 24, 2024, 08:37 AM IST

प्यार में धोखा खाई ये नदी बदल ली थी अपना रास्ता

Ritu Singh

भारत की इकलौती नदी ऐसी है जो उल्टी दिशा में बहती है लेकिन ऐसा हमेशा से नहीं था. बल्कि प्रेम में धोखा खाने के बाद इस नदी ने ऐसा किया था.

जी हां हिंदू पौराणिक कथा में इस बात का जिक्र है कि प्यार में धोखा खाकर ये नदी ऐसी टूटी की उसने अपने प्रेमी से मुख मोड़ लिया और रास्ते बदल दिए.

इतना ही नहीं इस नदी ने भगवान शिव की तपस्या की और शिवजी ने प्रसन्न होकर इस नदी को ऐसा आशीर्वाद दिया जो किसी भी नदी को नहीं मिला.

तो सबसे पहले जान लें ये नदी कौन थी? ये नदी थी नर्मदा.  नर्मदा राजकुमारी राजा मेखल की पुत्री थी, जो बेहद ही खूबसूरत थी.

नर्मदा को प्रेम में धोखा राजकुमार सोनभद्र  ने दिया था लेकिन ये एक गलती के कारण हुआ था. 

नर्मदा ने तब  अपनी दासी जुहिला को एक गुलाब के फूल के साथ राजकुमार से मिलने का संदेश भेजा था, लेकिन राजकुमार ने जुहिला को नर्मदा समझ लिया था.

 जुहिला की नीयत में राजकुमार को देखकर खोट आ गया था ओर वह राजकुमार के प्रणय-निवेदन को स्वीकार कर ली.

इधर जब नर्मदा के सब्र का बांध टूटने लगा. तब दासी जुहिला के आने में भी देरी होई. इतने में राजकुमारी नर्मदा खुद सोनभद्र से मिलने चल पड़ी.

वहां पहुंचने पर सोनभद्र और जुहिला को साथ देखकर वह इतनी दुखी हो गईं की तुरंत वहां से उल्टी दिशा में चल पड़ी.

इसके बाद वह भगवान शिव की तपस्या में ऐसी लगीं की शिवजी ने उन्हें प्रसन्न होकर उनकी नदी के हर पत्थर में अपने अंश होने का आशीर्वाद दे दिया था.

यही कारण है कि नर्मदा नदी के हर पत्थर को पूजनीय माना गया है.