कलावा बांधते समय न करें ये गलती, फायदे की जगह होंगे 5 नुकसान
Nitin Sharma
हिंदू शास्त्रों में कलावा यानी मोली का बड़ा महत्व है. छोटे से लेकर बड़ी पूजा हवन में सबसे कलावा बांधा जाता है.
कलावे को रक्षा सूत्र के रूप में बांधते हैं, जो जीवन में आने वाले संकटों से रक्षा करता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हाथ में कलावा बांधने से तीन महादेवी मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और मां काली का आशीर्वाद प्रापत होता है, जिससे संपत्ति, विद्या और शक्ति की प्राप्ति होती है.
कलावा बांधते समय भूलकर भी ये गलतियां नहीं करनी चाहिए. अन्यथा इसके फायदे की जगह नुकसान होते हैं.
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार पुरुषों और अविवाहित कन्याओं को दाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए. वहीं शादीशुदा महिलाएं अपने बाएं हाथ में कलावा बांधे.
कलावा सिर्फ मंगलवार या शनिवार के दिन ही बदलना चाहिए. वहीं पुराना कलावे को तोड़ने के बाद पूजा स्थल पर रखें.
कलावे को हाथ में बांधते समय 2,3 या 5 बार लपेटे. इसके बाद बांधे.
कलावे को कभी भी तोड़कर बाहर या रास्ते में नहीं फेंकना चाहिए. इसे नदी में प्रवाहित करना शुभ होता है.
कलावा शरीर में तीन धातु कफ, पित्त और वात को संतुलित रखता है.