अखंड ज्योत जला रहे हैं तो इन नियमों का रखें ध्यान, प्रसन्न हो जाएंगी मां दुर्गा
Nitin Sharma
आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवदुर्गा के शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो जाएगी.
नवरात्रि के पहले दिन माता मूर्ति स्थापना की जाती है. इसके बाद नौ दिनों तक माता के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है.
माता की पूजा अर्चना, व्रत और भोग लगाने के साथ ही अखंड ज्योत जलाई जाती है. इससे माता की कृपा प्राप्त होती है.
अगर आप भी अखंड ज्योत जला रहे हैं तो इसके कुछ नियम है, जिनका खास ध्यान रखना चाहिए. इससे मां की कृपा प्राप्त होती है.
नवरात्रि की शुरुआत के दिन ही मां दुर्गा की ज्योत जलाई जाती है. ज्योत जलाते समय मंत्र जाप के साथ इसकी बाती मौली यानी कलावै से बनाएं. यह बेहद शुभ होता है.
अखंड ज्योत वाले दीपक को भूलकर भी सीधे भूमि पर नहीं रखना चाहिए. दीपक को हमेशा जौ, चावल या गेहूं के ढेर के रखना चाहिए. यह बेहद शुभ होता है.
अखंड ज्योत में घी या तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. घी में अखंड ज्योत जला रहे हैं तो इसे दाईं और रखें. वहीं तेल में अखंड ज्योत जला रहे हैं तो इसे बाई तरफ रखना शुभ होता है.
अखंड ज्योत जलाने के बाद घर को कभी भी खाली नहीं छोड़ना चाहिए. नौ दिनों तक घर में कोई न कोई सदस्य जरूर रहें. अखंड ज्योत में टूटे या फिर खंडित दीपक का इस्तेमाल न करें.