Jan 8, 2024, 02:15 PM IST

घुमाने के बहाने देवी सीता को तपोवन छोड़ आए थे श्रीराम के ये भाई

Ritu Singh

14 साल वनवास काटने के बाद एक बार फिर देवी सीता को तपोवन में जाना पड़ा था. लेकिन क्या आपको पता है कि देवी को दोबारा वन में कौन छोड़कर आया था?

तपोवन जाने के पीछे की वजह क्या थी और देवी को भगवान राम के किस भाई ने वन छोड़ा था, चलिए जानें.

दरअसल, जब श्रीराम लंका विजय के बाद अयोध्या वापस आए तो कुछ दिनों बाद श्रीराम के गुप्तचरों ने उनसे कहा कि प्रजा में माता सीता की पवित्रता पर संदेह किया जा रहा है. 

इसी संदेह के कारण माता सीता को अग्नि परीक्षा भी देनी पड़ी. लेकिन इसके बाद ही माता सीता की पवित्रता पर सवाल उठाए जा रहे थे. तब प्रभु श्रीराम को पिता दशरथ के द्वारा सिखाया गया राजधर्म याद आ गया. 

जिसमें राजा दशरथ ने कहा था कि एक राजा का अपना कुछ नहीं होता है. सबकुछ राज्य का हो जाता है. बल्कि आवश्यकता पड़ने पर यदि राजा को अपने राज्य और प्रजा के हित के लिए अपनी स्त्री संतान मित्र यहां तक की प्राण भी त्यागने पड़े तो उसमें संकोच नहीं करना चाहिए. इस कारण भगवान श्रीराम ने अपने राजधर्म का पालन करते हुए माता सीता से दूर होने का निश्चय किया था.

तभी एक दिन माता सीता को छोड़ने का मन बना लिया. सीता जब गर्भवती थीं तब उन्होंने एक दिन प्रभु राम से तपोवन घूमने की इच्छा व्यक्त की. श्रीराम ने लक्ष्मण से कहा कि वे सीता को तपोवन में छोड़ आएं.

तपोवन में पहुंचकर अत्यंत दुखी मन से सीता से कहा- 'माते मैं आपको अब यहां से वापस नहीं ले जा सकता क्योंकि यही आज्ञा है.