Mar 12, 2024, 08:56 AM IST
भगवान शिव के मस्तक पर तीसरी आंख है. ऐसी मान्यता है कि दो आंखों से वह जगत की सक्रियता पर नजर रखते हैं और तीसरी आंख स पापियों पर नजर रखते हैं.
क्या आप जानते हैं कि भगवान शिव को यह तीसरी आंख कैसे मिली थी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव हिमालय पर्वत पर सभा कर रहे थे.
उसी समय मां पार्वती वहां पहुंचीं और शिव जी की दोनों आंखों पर हाथ रख दिया. ऐसा करने से चारों तरफ अंधकार छा गया.
शिव जी की दोनों आंख बंद होने से सूर्य की रोशनी खत्म हो गई और चारों ओर हाहाकार मच गया. ऐसे में भगवान शिव पर यह सब सहा नहीं गया.
उन्होंने तुंरत अपने माथे पर एक ज्योतिपुंज प्रकट कर लिया. शिव जी के माथे पर ज्योतिपुंज के खुलने से सब तरफ रोशनी हो गई.
भगवान शिव के इसी ज्योतिपुंज को तीसरी आंख कहा जाता है जिसका इस्तेमाल उन्होंने अंधेरा दूर करने के लिए किया था.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.