Mar 1, 2024, 11:03 AM IST

नहाने के पानी में मिला ली ये 5 चीज, करियर में सफलता के साथ खूब आएगा पैसा

Nitin Sharma

नहाना सेहत के साथ ही भगवान की कृपा प्राप्त करने के लिए बेहद लाभकारी है. 

वास्तु शास्त्र में कई ऐसे नियम बताये गये हैं, जिन्हें नहाने के दौरान आजमाने से आपके जीवन में चल रही समस्याओं का अंत हो सकता है.

धन की तंगी या फिर सफलता न मिलने से परेशान हैं तो नहाने के दौरान वास्तु के टिप्स अपना सकते हैं. इनसे भाग्य का सितारा चमक सकता है.

पानी में इन चीजों को डालकर नहाने से जीवन में आने वाली सभी परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है. 

अगर आपका लंबा समय बुरा समय चल रहा है. किसी न किसी वजह से जीवन में संकट और परेशानियां का दौर बना हुआ है तो हर दिन नहाने से पहले पानी में 2 से 3 इलायची डाल लें. इसके साथ ही एक चुटकी केसर डाल दें. इसके बाद पानी से स्नान करें. दावा किया जाता है कि नियमित रूप से इस एक उपाय को करने से नकारात्मकता का अंत होता है. 

वास्तु शास्त्र में रत्नों का बड़ा महत्व होता है. अगर किसी व्यक्ति का कोई ग्रह कमजोर होता है या फिर दोष चल रहा होता है तो उसे ज्योतिष की सलाह पर रत्न धारण करना चाहिए. इससे कुंडली में शामिल दोष दूर हो जाते हैं. वहीं नहाने के पानी में रत्न डालकर नहाने से भी व्यक्ति के सभी विघ्न दूर हो जाते हैं. इससे जीवन में शुभता आती है.  

अगर आप किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो नहाने से पहले पानी में थोड़ा घी मिला लें. इसके बाद स्नान करें. ऐसा करने से आपको स्वास्थ लाभ मिलता है. स्किन संबंधित विकार दूर होने के साथ ही ग्रह मजबूत होते हैं. 

हल्दी खाने में स्वाद घोलने के साथ ही पूजा अर्चना में भी इस्तेमाल की जाती है. हल्दी गुरु बृहस्पति की बेहद प्रिय है. ऐसे में गुरुवार के दिन स्नान करने से पहले पानी में थोड़ी सी हल्दी मिला लें. इसके बाद पानी से स्नान करें. ऐसा करने से जीवन में आ रही बाधाएं दूर हो जाती है. भाग्य चमकता है. भगवान विष्णु की कृपा से धन के भंडार भरते हैं.

वास्तु शास्त्र में तिल का बड़ा महत्व होता है. शनि की कृपा प्राप्ति के लिए भी तिल अर्पित किये जाते हैं. अगर आप भी ​शनि की दशा से जूझ रहे हैं तो स्नान करने से पहले पानी में थोड़े से तिल शामिल कर लें. नियमित रूप से ऐसा करने से शनि की क्रूर दृष्टी हट जाती है. व्यक्ति के जीवन में लाभ और भाग्य का साथ मिलता है.

 Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)