Jul 27, 2024, 11:50 AM IST

महाभारत के बाद घटी थीं ये विचित्र घटनाएं

Ritu Singh

महाभारत के बाद पांडवों को ही नहीं, श्रीकृष्ण को भी बहुत कष्ट सहना पड़ा. भगवान कृष्ण को श्राप का भागी बनना पड़ा था और कई और कष्ट उठाने पड़े थे.

चलिए जानें कि महाभारत के बाद श्रीकृष्ण कहां चले गए और उनको किसने क्या श्राप दिया था. साथ ही ये भी जानें कि... 

 जब श्री कृष्ण ने पृथ्वी छोड़ी तब उनकी आयु कितनी थी? महाभारत युद्ध के बाद पांडवों का क्या हुआ?

कुरुक्षेत्र का युद्ध जीतने के बाद पांडव द्रौपदी के साथ हस्तिनापुर पहुंचे. वहां गांधारी और धृतराष्ट्र ने दुखी होकर पांडवों का राज्याभिषेक किया.

जब धृतराष्ट्र और गांधारी अपने 100 पुत्रों की मृत्यु का शोक मना रहे थे, तब कृष्ण ने उन्हें सांत्वना दी और धृतराष्ट्र और गांधारी से पांडवों को आशीर्वाद दिलाया.

गांधारी पांडवों से ज्यादा भगवान कृष्ण से नाराज थी क्योंकि भगवान कृष्ण को पहले से ही पता था कि महाभारत युद्ध में 100 कौरव मारे जाएंगे. 

नाराज गांधारी ने भगवान श्रीकृष्ण को ही नहीं, उनके पूरे कुल के सर्वनाश का श्राप दिया था.

महाभारत युद्ध के बाद पांडवों और द्रौपदी ने सामान्य जीवन जीने की कोशिश की लेकिन अपने भाइयों और बड़ों की हत्या का अपराध उनके मन से कभी नहीं गया. 

महाभारत युद्ध के बाद पांडवों ने 35-36 वर्षों तक हस्तिनापुर की राजगद्दी पर शासन किया. उसी समय भगवान कृष्ण ने द्वारका पर शासन किया.

अपने चारों ओर बढ़ती भयावह घटनाओं के कारण, भगवान कृष्ण को पृथ्वी पर रहने में कोई रुचि नहीं थी. उन्होंने मानव शरीर छोड़ दिया और वैकुंठ लौटने के लिए आगे बढ़े.

वह जंगल की ओर गए जहां एक शिकारी ने उनके पैर को हिरन समझ करा जहरीला तीर चला दिया और भगवान बैकुंठ चले गए.

जब भगवान कृष्ण ने पृथ्वी छोड़ी, तब उनकी आयु 125 वर्ष थी. जब भगवान कृष्ण की मृत्यु की खबर पांडवों तक पहुंची तो वे बहुत दुखी हुए और उन्होंने यह भूमि छोड़ने का फैसला किया.

भगवान कृष्ण की मृत्यु के 36 वर्ष बाद कलियुग का आरंभ हुआ.