Jul 25, 2024, 03:04 PM IST
रामायण कथा में लंकापति रावण की पत्नी मंदोदरी का कई जगहों पर जिक्र मिलता है, रामायण में उनका चरित्र बहुत ही नैतिक दिखाया गया है.
पौराणिक कथाओं के अनुसार जब जब रावण सीता का हरण करके लंका ले आया था, तब मंदोदरी ने रावण को ऐसा करने से बहुत मना किया.
मंदोदरी ने रावण को बहुत समझाया कि इस तरह पराई स्त्री को अपहरण करना अपराध है, लेकिन रावण नहीं माना और अंत में श्रीराम के हाथों उसकी मृत्यु हो गई.
ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल होता है कि रावण की मृत्यु के बाद मंदोदरी का क्या हुआ था? आइए जानते हैं इसके बारे में....
एक कथा के अनुसार रावण का शव देखकर जब मंदोदरी शोक में डूब गईं तो श्रीराम ने उन्हें याद दिलाया कि वे अब भी लंका की महारानी और बलशाली रावण की विधवा हैं.
किंवदंतियों के अनुसार लंका लौट कर पति-पुत्र के दुख में मंदोदरी खुद को महल में कैद कर लेती हैं और वे पूरी तरह से बाहरी दुनिया से संपर्क तोड़ लेती हैं.
विभीषण लंका का राजपाट संभालते हैं और मंदोदरी से विवाह का प्रस्ताव रखते हैं, जिसे पहले वह अस्वीकार कर देती हैं. लेकिन बाद में स्वीकार कर लेती हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.