Apr 18, 2024, 12:09 AM IST
कहां है हनुमान जी की लिखी हुई रामायण?
Kuldeep Panwar
दुनिया की पहली रामायण महर्षि वाल्मिकी द्वारा लिखी हुई मानी जाती है. इसे वाल्मिकी रामायण कहते हैं, जिसमें प्रभु श्रीराम की पूरी जीवनगाथा है.
कई पौरोणिक कथाओं में दावा किया गया है कि वाल्मिकी से भी पहले भगवान हनुमान ने रामायण लिख ली थी. यह पहली रामायण थी.
दावा है कि हनुमान जी ने रामकथा की पूरी कहानी शब्दों के रूप में पत्थरों पर लिख दी थी, जिसमें रामायण के सारे अध्याय शामिल थे.
इन कथाओं में यह भी दावा किया जाता है कि हनुमान जी ने अपनी रामायण दुनिया के सामने पेश करने के बजाय समुद्र में फेंक दी थी.
हनुमान ने अपनी लिखी हुई रामायण समुद्र की गहराइयों में क्यों डुबो दी थी? आज हम आपको इस बारे में बताने जा रहे हैं.
दावा है कि हनुमान जी ने कैलाश पर्वत पर तपस्या की थी. वे रोजाना प्रभु श्रीराम को याद करते और अपने नाखून से रामकथा को पत्थर पर लिख देते थे.
हनुमान जब कैलाश पर्वत पर रामकथा लिख रहे थे. ठीक उसी समय उत्तर प्रदेश के मौजूदा बिठूर में महर्षि वाल्मिकी भी रामायण लिख रहे थे.
दावा है कि महर्षि वाल्मिकी अपनी लिखी रामायण लेकर भगवान शिव के पास कैलाश पर्वत पहुंचे, तभी उन्होंने हनुमान की लिखी रामायण पढ़ी.
वाल्मिकी ने हनुमान की लिखी रामकथा के एक-एक छंद को अपनी लिखी रामायण से ज्यादा बढ़िया बताया और उसकी प्रशंसा करने लगे.
दावा है हनुमान की रामकथा को अपनी रामायण से ज्यादा अच्छा बताते समय महर्षि वाल्मिकी की आंखों में आंसू आ गए, जो हनुमान ने देख लिए.
हनुमान वाल्मिकी की आंखों में आंसू देखकर दुखी हो गए. उन्होंने महर्षि वाल्मिकी की लिखी रामायण को ज्यादा सरल भाषा वाला बताकर तारीफ की.
हनुमान ने वाल्मिकी की रामायण की तारीफ करने के बाद अपनी रामकथा उठाकर समुद्र में विसर्जित कर दी, जिससे वाल्मिकी हैरान हो गए.
वाल्मिकी के पूछने पर हनुमान बोले, आपकी रामायण मेरी रामकथा से ज्यादा आसान संस्कृत में लिखी है, जिससे उसे ज्यादा लोग पढ़ पाएंगे और तभी समाज का भला होगा.
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