May 21, 2024, 06:14 AM IST

वो श्राप जिसका कहर आज भी हर ज्योतिषी झेल रहा है 

Ritu Singh

क्या आपको पता है कि हर ज्योतिषी को एक श्राप बिना किसी पाप के मिला हुआ है?

जी हां, आपको आज उस श्राप के बारे में बताएंगें जो एक ज्योतिषी के कर्म के फल का अंश हर ज्योतिषियों को आज भी भुगतना पड़ रहा है.

ज्योतिषियों को ये श्राप माता सती ने दिया था और क्यों चलिए जानते हैं.

एक बार नारद जी कैलाश पर्वत पर भगवान  शिव के दर्शन को गए. लेकिन माता पार्वती नही दिखाई दीं.

तब नारद जी ने माता के विषय में शिव जी से पूछा. शिवजी ने कहा,आप तो ज्योतिष के ज्ञाता हो. आप बताओ अभी सती कहां है?

नारद जी ने ज्योतिषीय गणना के आधार पर बताया कि मां अभी स्नान कर रही हैं और उनके शरीर पर एक भी वस्त्र नहीं है.

कुछ समय बाद माता सती जब आईं तो भगवान ने उस समय के बारे में पूछा जो नारद जी की बात बताई थी.

इस पर माता सती ने कहा कि नारद जी गणना बिल्कुल सही है. लेकिन जो विद्या व्यक्ति के कपड़ों के भी पार देख ले वह अच्छी नहीं.

इसलिए मैं इस विद्या को श्राप देती हूं कि कभी भी कोई ज्योतिषी पूरा-पूरा नहीं देख पाएगा. उसकी गणना का कुछ भाग हमेशा अनछुआ रहेगा.