Mar 20, 2024, 02:11 PM IST

हनुमान जी ने संजीवनी बूटी के लिए उठाया था ये पर्वत

Aman Maheshwari

प्रभु श्रीराम और रावण के युद्ध में जब लक्ष्मण और मेघनाद युद्ध कर रहे थे तब मेघनाद ने शक्ति का प्रयोग करके लक्ष्मण को मूर्छित कर दिया था.

लक्ष्मण के प्राण बचाने के लिए हनुमान जी सुषेण वैद्य को लेकर आए थे. जिन्होंने हनुमान से संजीवनी बूटी लाने के लिए कहा था.

संजीवननी बूटी के लिए हनुमान जी हिमालय पर्वत की ओर गए और वह संजीवनी बूटी को पहचान नहीं पाएं. ऐसे में हनुमान जी ने पर्वत को ही उखाड़ दिया था.

लक्ष्मण के प्राण बचाने और संजीवनी बूटी के लिए हनुमान जी ने द्रोणागिरी पर्वत का हिस्सा उठाया था. वह द्रोणागिरी पर्वत को उठाकर लंका ले आए थे.

सुषेण वैद्य ने संजीवनी बूटी से लक्ष्मण की मूर्छा दूर की और लक्ष्मण के प्राण बचाए थें. द्रोणागिरी पर्वत उत्तराखंड के चामोली जिले के शहर जोशीमठ से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर है.

ऐसी मान्यता भी है कि, यहां से हनुमान जी पर्वत का हिस्सा ले गए थे इसी कारण से यहां के लोग हनुमान जी की पूजा नहीं करते हैं.

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