Dec 17, 2023, 06:52 PM IST

महाभारत में कौन था कामदेव का अवतार, जिस पर मरती थीं राजकुमारियां

DNA WEB DESK

मां सती के आत्मदाह के बाद भगवान शिव समाधि में लीन हो गए थे.

मां पार्वती का जन्म हो चुका था, वे शिव साधना में जुट गई थीं.

वह शिव से विवाह करना चाहती थीं लेकिन भगवान शिव की साधना नहीं टूट रही थी. 

इंद्र ने कामदेव को उनका ध्यान भंग करने के लिए भेजा था. 

कामदेव ने शिव पर पुष्प बाण चलाया. शिव क्रोधित हो गए और उनका तीसरा नेत्र खुला और क्रोधाग्नि से कामदेव भस्म हो गए.

कामदेव की पत्नी रति ने भगवान की तपस्या की. भगवान शिव ने कामदेव को जीवित होने का वरदान दिया.

भगवान शिव ने कहा कि कामदेव द्वापर युग में कृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न बनकर पैदा होंगे. 

कामदेव ने प्रद्युम्न बनकर रुक्मणी के पेट से जन्म लिया. 

वह सुंदरता में कृष्ण की तरह थे. रानियां और राजकुमारियां कृष्ण और उनमें अंतर नहीं कर पाती थीं. लोग उन्हें देखकर मोहित हो जाते थे.