May 10, 2024, 07:10 AM IST

 पितामह भीष्म ने मृत्यु से कुछ दिन पूर्व अर्जुन को कौन सा बहुमूल्य ज्ञान दिया था?

Ritu Singh

 महाभारत युद्ध में भीष्म पितामह को बाणों की शय्या पर लिटाने वाले अर्जुन ही थे. लेकिन भीष्म को वो अंत तक प्रिय रहे.

महाभारत युद्ध के समय रोज शाम को युद्ध खत्म होने के बाद पांडव भीष्म से मिलने जाते थे.

18 दिन तक चले महाभारत के युद्ध में भीष्म पितामह 10वें दिन में ही युद्ध के दौरान अर्जुन के बाणों से घायल होकर शय्या पर आ गए थे.

भीष्म जब अपने अंतिम दिनों में मृत्यु के करीब पहुंच रहे थे तब उन्होंने अर्जुन को एक बड़ी ही गंभीर सीख दी थी.

भीष्म पितामह ने अर्जुन से कहा था कि‘सुखों की लालसा में मर्यादा का त्याग नहीं करना चाहिए.’

भीष्म पितामह ने कहा था कि सत्ता सुख के लिए भोगने नहीं, बल्कि कठिन परिश्रम कर समाज का कल्याण करने के लिए होता है.

इसलिए भीष्म ने कहा था, हे अर्जुन जीत के बाद न तो घमंड में आना न ही सुख की लालसा रखना. 

अपने कर्तव्य और धर्म को हमेशा सर्वोपरि रखना.