Mar 16, 2024, 09:45 AM IST

द्रौपदी ने क्यों दिया था अपने ही बेटे को मृत्यु का शाप

Smita Mugdha

महाभारत के सबसे दिलचस्प किरदारों में से एक द्रौपदी है जिनके जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए थे.

द्रौपदी और भीम के बीच का संबंध बहुत अलग था, क्योंकि भीम हमेशा द्रौपदी के लिए मित्रवत संरक्षक रहे. 

क्या आप जानते हैं कि द्रौपदी ने भीम के पुत्र को ही कम आयु का शाप दिया था? 

दरअसल भीम और हिडिम्बा के पुत्र घटोत्कच ने द्रौपदी का अपमान किया था जिससे वह बेहद आहत हो गई थीं. 

घटोत्कच के अपमान से आहत द्रौपदी ने शाप दिया था कि उसकी मृत्यु अकारण और अकाल आयु में होगी. 

पौराणिक कथा के अनुसार कर्ण ने घटोत्कच पर इन्द्र का अमोघ अस्त्र चला दिया था जिसकी वजह से उसका वध हो गया था. 

महाभारत के दौरान घटोत्कच की मृत्यु बिना किसी कारणवश हुई थी और इस तरह से द्रौपदी का शाप फलीभूत हुआ था.

घटोत्कच पर अमोघ अस्त्र का प्रयोग दुर्योधन के कहने पर कर्ण ने किया था, जबकि वह इसे अर्जुन के लिए रखना चाहता था. 

भीम का पुत्र होने के नाते घटोत्कच रिश्ते में द्रौपदी के लिए भी पुत्र समान ही था और यह शाप देकर वह बेहद दुखी भी हुई थीं.