Aug 5, 2024, 02:09 PM IST

दुर्योधन को सभी पांडवों में सहदेव पर क्यों था भरोसा?

Aditya Prakash

महाभारत के युद्ध से ठीक पहले दुर्योधन अपनी सेना के साथ पांडवों की तरफ जाता है.

ये देखते ही भीम और अर्जुन को लगता है कि वो युद्ध के लिए आ रहा है. वो भी युद्ध की तैयारी करने लगते हैं.

लेकिन वो आकर बताता है कि वो युद्ध के लिए नहीं बल्कि सलाह लेने के लिए आया हुआ है.

वहां मौजूद लोग हैरत में पड़ जाते हैं कि आखिर उसने भीष्म पितामह और कृपाचार्य से सलाह क्यों नहीं ली, जो सहदेव से ले रहा है.

अगले ही पल सहदेव सवाल करता है कि भ्राता बताइए कि आपको क्या पूछना है. 

दुर्योधन की तरफ से जवाब आता है कि मुझे सहदेव पर सबसे ज्यादा भरोसा है.

दुर्योधन कहता है कि तुम्हें ऐसा मुहूर्त निकालना है, जिसमें हम दोनों की भलाई हो सके.

दुर्योधन कहता है कि तुम त्रिकालदर्शी हो. तुम्हारी तरह ज्योतिश गणना दुनिया में कोई भी नहीं कर सकता है.

सहदेव के ऊपर दुर्योधन का इतना भरोसा देखकर सभी को बेहद प्रसन्नता हुई.