Jul 25, 2024, 06:52 AM IST

किस वचन के लिए मृत्यु के बाद फिर जीवित हुए कर्ण 

Anamika Mishra

महाभारत में हर पात्र की अपनी विशेषता और स्थान था. 

महाभारत में हर पात्र की अपनी विशेषता और स्थान था. 

उन्होंने अपने कवच और कुंडल तक दान कर दिए थे. 

कर्ण ने माता कुंती को वचन दिया था कि वो युद्ध में अर्जुन के अलावा किसा पांडव पर बाण नहीं चलाएंगे. 

कर्ण ने माता कुंती को वचन दिया था कि वो युद्ध में अर्जुन के अलावा किसा पांडव पर बाण नहीं चलाएंगे. 

दरअसल, महाभारत युद्ध होने के कई सालों बाद कुंती ने वेदव्यास से कर्ण के देखने की इच्छा जताई. 

इसके बाद सभी गंगा तट पहुंचे और वेदव्यास ने मंत्रों का जाप शुरू किया. 

वेदव्यास के आवाहन पर सभी मृत योद्धा जीवित हो गए. इसी के साथ कर्ण भी जीवत हो गए.

जीवित होने के बाद उनका उनकी माता, कुंती से मिलन हुआ.