ऐसी कई जगहें हैं जहां महिलाओं को मंदिर में प्रवेश नहीं होता और कुछ जगहों पर निश्चित समय पर पूजा की अनुमति होती है.
लेकिन हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक मंदिर ऐसा है जहां महिलाएं अपने आप ही नहीं जाती हैं क्योंकि ये एक श्रापित मंदिर है.
कहा जाता है भगवान शिव के बेटे कार्तिकेय का ये मंदिर महाभारत कालीन है लेकिन यहां महिलाएं आने से डरती हैं.
कुरुक्षेत्र से लगभग 20 किमी दूर पेहोवा में सरस्वती तीर्थ में स्थित इस मंदिर के गर्भगृह में एक पिंडी है.
इस पिंडी को कार्तिकेय पिंडी के नाम से जाना जाता है. जो भी महिला इस पिंडी के दर्शन करेगी उसके पति की मृत्यु हो जाएगी और वह सात जन्मों तक विधवा रहेगी.
आप इस मंदिर में प्रवेश करेंगे तो आपको एक विशेष बोर्ड दिखाई देगा. इस बोर्ड में लिखा है कि महिलाओं को मंदिर के गर्भगृह में पिंडी के दर्शन नहीं करने चाहिए.
धार्मिक मान्यता के अनुसार कार्तिकेय ने माता पार्वती से क्रोधित होकर अपने शरीर का मांस और रक्त अग्नि को समर्पित कर दिया था
तब शिव ने उन्हें पिहोवा की तीर्थयात्रा पर जाने के लिए कहा. यह भी माना जाता है कि ऋषियों ने कार्तिकेय के गर्म शरीर को ठंडा करने के लिए सरसों का तेल लगाया था.
इस मंदिर से जुड़ी कहानी यह है कि जब कार्तिकेय का शरीर ठंडा हो गया तो वे पिंडी के रूप में पेहोवा मंदिर में निवास करने लगे.
अगर महिलाएं यहां के नियम भूलकर गर्भगृह में प्रवेश करती हैं तो उनके पतियों के जीवन पर असर पड़ता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें. फोटो क्रडिट: मंदिर की फोटो एआई जेनरेटेड फोटो हैं )