Jan 9, 2024, 11:24 AM IST

3 पत्नियों के पति, फिर भी हनुमान जी क्यों कहलाते हैं बालब्रह्मचारी?

Ritu Singh

हनुमान जी को बाल ब्रह्मचारी माना जाता है लेकिन कई ग्रंथों एवं पौराणिक कथाओं में इस बात का उल्लेख मिलता है कि हनुमान जी ने तीन विवाह किये थे.

हनुमान जी की पहली पत्नी थीं सुवर्चला,दूसरी पत्नी थीं अनंगकुसुमा और तीसरी रावण की पुत्री सत्यवती थीं. फिर कैसे हनुमान जी ब्रह्मचारी कहलाए चलिए इस बारें में जानें. 

कथाओं के अनुसार, हनुमान जी के गुरु सूर्य देव (सूर्य को मजबूत करने के उपाय) थे. सूर्य देव ने हनुमना जी को अष्ट सिद्धियों का ज्ञान दिया था. 

हालांकि नव निधियां सीखने के लिए हनुमान जी का विवाहित होना जरूरी था.इसलिए सूर्य देव ने अपने तेज से एक कन्या को प्रकट किया. उस कन्या से हनुमान जी ने विवाह किया था.हनुमान जी ने विवाह के बाद भी ब्रह्मचर्य का पालन किया.

वहीं, देवी सुवर्चला घोर तप के बाद सूय ऊर्जा में ही समा गईं. ठीक ऐसे ही हनुमान जी के अन्य विवाह भी विद्या प्राप्ति के लिए हुए थे. 

तीनों विवाह के बाद भी हनुमान जी (हनुमान जी का सबसे शक्तिशाली मंत्र) ने ब्रह्मचर्य का पालन किया था.और उनकी तीनों पत्नियां तप कर विलीन हो गईं. यही कारण है कि हनुमान जी विवाह के बाद भी ब्रह्मचारी कहलाते हैं. 

हालांकि हनुमान जी के विवाह के बारे में रामायण में कुछ भी उल्लेखित नहीं. मगर हनुमान जी को उनकी पत्नी के साथ तेलंगाना में पूजा जाता है. इसके अलावा, ग्वालियर में भी हनुमान जी तीनों पत्नियों के साथ स्थापित हैं. यहां तक कि उनके पुत्र मकरध्वज की प्रतिमा भी इस मंदिर में मौजूद है.