Jun 8, 2024, 01:31 PM IST

भगवान श्री कृष्ण क्यों कभी नहीं लौटे वापस वृंदावन

Anamika Mishra

श्री कृष्ण की लीलाओं के बारे में सभी जानते हैं. भगवान श्री कृष्ण ने अपना जीवन गोकुल, मथुरा, वृंदावन से लेकर द्वारका में बिताया. 

माना जाता है श्री कृष्णा सबसे ज्यादा प्रेम वृंदावन से करते थे, लेकिन इसके बाद भी मथुरा जाने के बाद भगवान श्री कृष्णा कभी वापस वृंदावन नहीं लौटे.

श्री कृष्ण ने अपने बचपन का कुछ समय गोकुल में बिताया और फिर कंस के बढ़ते अत्याचारों की वजह से वह परिवार के साथ वृंदावन जाकर रहने लगे.

इसके बाद भगवान श्री कृष्ण मथुरा गए और कंस का वध कर उसे मुक्ति दिलाई. सभी के कहने पर उन्होंने मथुरा का राजपाठ संभाला. 

मथुरा जाने के बाद भगवान कृष्ण कभी वापस वृंदावन नहीं गए. कंस का वध करने के बाद जरासंध नामक राक्षस श्री कृष्णा का शत्रु बन गया. 

जरासंध राक्षस मथुरा पर राज करना चाहता था. माना जाता है कि इसके लिए जरासंध ने 18 बार मथुरा पर आक्रमण किया जिसमें से 17 बार उसे हर का सामना करना पड़ा. 

लेकिन 18वीं बार जरासंध इस युद्ध में जीत गया. मथुरा छोड़कर वापस वृंदावन ना जाने का यह भी एक कारण था क्योंकि मौका मिलते ही जरासंध मथुरा पर हमला कर सकता था. 

जरासंध के लगातार हमलों की वजह से भगवान कृष्ण ने मथुरा को छोड़कर पानी के बीचों बीच एक नगरी बसाई जिसे द्वारका नगरी कहा जाता है. 

द्वारका नगरी बसाने के बाद भगवान कृष्ण द्वारकाधीश कहलाए. वृंदावन से भगवान श्री कृष्णा बहुत प्रेम करते थे लेकिन वह जानते थे कि अगर वह वापस वृंदावन गए तो लोग उन्हें आने नहीं देंगे.