Sep 11, 2024, 05:44 PM IST

चूहा कैसे बना गणपति बप्पा का वाहन?

Aman Maheshwari

सर्वप्रथम पूज्नीय भगवान श्री गणेश जी के जन्मोत्सव को गणेश चतुर्थी के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन लोग घरों में बप्पा विराजमान करते हैं.

11 दिनों तक बप्पा की सेवा करते हैं और फिर अनंत चतुर्दशी के दिन विसर्जन होता है. इस बार गणेश चतुर्थी 7 सितंबर को थी. बप्पा का विसर्जन 17 सितंबर को किया जाएगा.

भगवान गणेश जी से जुड़े कई तथ्य हैं जिनके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं. गणेश जी का वाहन मूषक यानी चूहा है.

यह तो सभी लोगों को पता होगा लेकिन उनका वाहन चूहा क्यों हैं और यह कैसे गणपति बप्पा की सवारी बना चलिए इसके बारे में जानते हैं.

पौराणिक कथाओं के अनुसार, गणेश जी का वाहन पिछले जन्म में एक गंधर्व था. इसका असली नाम क्रौंच था. क्रौंच को मुनि ने चूहा बनने का श्राप दिया था.

एक बार मूषक ने पराशर ऋषि के आश्रम को कुतर-कुतर कर नष्ट कर दिया. उन्होंने मूषक के आतंक को खत्म करने के लिए गणेश जी की प्रार्थना की.

तब गणेश जी ने मूषक को अपना बंदी बना लिया. गणेश जी चूहे के ऊपर बैठ गए. तब मूषक ने उनसे अपना भार चूहे के अनुसार करने के लिए कहा.

गणेश जी ने मूषक के अनुसार अपना भार किया और मूषक की सवारी की ऐसे मूषक गणेश जी का वाहन बना. हालांकि इसके लेकर अन्य कथाएं भी प्रचलित हैं.

Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.