Jan 21, 2024, 12:27 PM IST
प्रभु श्रीराम की जन्मभूमी अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सभी लोगों में खूब उत्साह है.
देशभर में जश्न का माहौल बना हुआ है. पूरा देश राममय हो गया है. इस खास दिन के लिए लोगों ने वर्षों का इंतजार किया है. जो अब सच होने वाला है.
कई लोगों के मन में सवाल हैं कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी का दिन ही क्यों चुना गया है. मंदिर में प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा रामनवमी के दिन की जा सकती थी.
भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा राम नवमी को ही नहीं बल्कि, किसी भी शुभ मुहूर्त में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की जा सकती है. ऐसे में 22 जनवरी को विशेष मुहूर्त में यह पूजा होगी.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार 22 जनवरी को पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है. यह द्वादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है. भगवान राम विष्णु भगवान का ही अवतार हैं.
ऐसे में यह दिन राम मंदिर के उद्घाटन और भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए बहुत ही शुभ है. भगवान राम का जन्म अभिजीत मुहूर्त में हुआ था.
22 जनवरी को मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा अभिजीत मुहूर्त में ही होगी. यह मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 18 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक है. इस दौरान 84 सेंकड में ही प्राण प्रतिष्ठा होगी.