बच्चे बुलाते थे वापस, याद में रोते-रोते मेडल जीत गई ये भारतीय शूटर
Mohd Sabir
पेरिस पैरालंपिक 2024 में पैरा एथलीट मोना अग्रवाल ने मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है.
मोना ने विमेंस की 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में ब्रॉन्ज अपने नाम किया है.
वहीं मोना दो बच्चों की मां है और ऐसे में उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों को याद किया है.
पेरिस पैरालंपिक में मोना ने पदक जीतकर अपनी दास्तां सुनाई है. आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा है.
मोना ने ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, 'जब मैं भी अभ्यास के लिए बाहर जाती थी, तो अपने बच्चों की घर पर छोड़ना पड़ता था. इससे मेरा दिल काफी दुखता था.'
मोना ने कहा, 'मैं रोज उन्हें वीडियो कॉल करती थी, तो बच्चे कहते थे कि मम्मा आप रास्ता भूल गई हो, GPS लगाकर वापस आ जाओ. मैं रोज अपने बच्चों से बात करते हुए रोती थी.'
उन्होंने कहा, 'उसके बाद मैंने अपने बच्चों को हफ्तें में सिर्फ एक बार फोन करना स्टार्ट कर दिया. ये मेरा सबसे मुश्किल काम था. हालांकि वित्तीय संकट भी एक और बड़ी समस्या थी.'
उन्होंने, 'आखिरकार मैं सभी संघर्षों और बाधाओं से पार करके मेडल जीतने में सक्षम रही. ये मेरा पहला पैरालंपिक है और मुझे काफी अच्छा महसूस हो रहा है.'