Apr 7, 2024, 12:51 AM IST

कहीं आपके फोन की तो नहीं हो रही स्क्रीन रिकॉर्डिंग?

Kuldeep Panwar

लगातार टेक्नोलॉजी पर निर्भर होती जिंदगी में शायद ही कोई इंसान ऐसा होगा, जिसकी जिंदगी मोबाइल फोन पर निर्भर नहीं होगी. 

कॉल सुनने से लेकर पेमेंट करने तक स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा हो गए हैं, जिसमें हमारा बहुत सारा सेंसेटिव डाटा भी मौजूद होता है.

स्मार्टफोन में मौजूद सेंसेटिव डाटा को चुराने के लिए हैकर्स लगातार उसे अपना निशाना बनाते रहते हैं. ऐसे में आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत है.

आजकल हैकर्स ने हैकिंग के नए तरीके के तौर पर स्क्रीन रिकॉर्डिंग को यूज करना शुरू कर दिया है, जिसमें आपकी स्क्रीन पर टाइप होने वाला हर शब्द हैकर देख सकते हैं.

आपके फोन की स्क्रीन रिकॉर्ड करने के लिए हैकर्स को महज एक वायरस आपके स्मार्टफोन में इंस्टॉल करना होगा, जो आपकी जासूसी करने लगेगा.

यह स्पाईवेयर हैकर को आपके फोन का पूरा डाटा भेजेगा, जिसमें कई बार बैंक और ईमेल पासवर्ड जैसी सेंसेटिव जानकारी भी हो सकती है.

हालांकि आपके फोन में स्पाईवेयर के जरिये डाटा चोरी होने या स्क्रीन रिकॉर्डिंग के जरिये आपकी निजी जानकारी चुराने का पता लग सकता है.

आपको यह जानकारी हासिल करने के लिए किसी एक्सपर्ट की जरूरत  नहीं है, बल्कि मामूली सावधानी से आप खुद ही इसे पकड़ सकते हैं.

अगर कोई आपके फोन में स्क्रीन रिकॉर्डिंग के जरिये जासूसी कर रहा है तो मेन स्क्रीन पर नोटिफिकेशन वाली जगह कैमरे का साइन ऑन हो जाता है.

यदि आपने खुद स्मार्टफोन में स्क्रीन रिकॉर्डिंग ऑन नहीं कर रखी है तो यह फोन के अंदर स्पाईवेयर की मौजूदगी का संकेत हो सकता है.

ऐसा महसूस होने पर तत्काल अपने मोबाइल की ऐप्स लिस्ट खोलकर उसमें मौजूद किसी भी अनजान ऐप को अन-इंस्टॉल कर दीजिए.

स्पाईवेयर की फोन में मौजूदगी का पता आप अपने फोन की बैटरी यूज कर रही ऐप्स की लिस्ट खोलकर भी कर सकते हैं. स्पाईवेयर ज्यादा बैटरी और डाटा यूज करता है. 

यदि आपके फोन की बैटरी असमान्य तरीके से तेजी से खत्म हो रही है तो निश्चित ही उसके अंदर कोई स्पाईवेयर हो सकता है.

यदि आपको फोन में कोई स्पाईवेयर ऐप नहीं मिली है तो भी चिंता की जरूरत नहीं है. आप फोन फैक्ट्री रिसेट करके इससे बच सकते हैं.

फैक्ट्री रिसेट करने पर स्पाईवेयर ऐप भी अन्य ऐप्स के साथ डिलीट हो जाएगी, जिससे आपका फोन फिर से सुरक्षित हो जाएगी.