Oct 18, 2024, 03:49 AM IST

ना टिकट, ना किराया, फ्री सफर कराती है ये भारतीय ट्रेन

Kuldeep Panwar

यदि आप भारत में या किसी और देश में ट्रेन का सफर करते हैं तो टिकट खरीदना पहली शर्त होता है, जिसके बिना जुर्माना भरना पड़ता है.

यदि आपसे कहा जाए कि एक भारतीय ट्रेन ऐसी भी है, जिसमें आप पूरा साल किसी भी दिन बेटिकट सफर कर सकते हैं तो क्या कहेंगे?

जी हां, ये सच है. पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बीच 'भाखड़ा-नांगल ट्रेन' पिछले 76 साल से रोजाना सैकड़ों लोगों को फ्री सफर करा रही है.

साल 1948 में शुरू हुई यह ट्रेन भारतीय रेलवे नहीं भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड चलाता है, जो भाखड़ा और नांगल डैम को जोड़ती है.

कभी डैम कर्मचारियों व मजदूरों के लिए चली ट्रेन कई गांवों के ग्रामीणों के सफर का भी मुख्य साधन है, जिसके लिए 6 स्टेशन बने हुए हैं.

पहाड़ियों को काटकर बने रेल ट्रैक पर रोजाना यह ट्रेन नांगल डैम से सुबह 7.05 बजे और दोपहर 3.05 बजे भाखड़ा के लिए चलती है.

27.3 किमी लंबे 30 मिनट के खूबसूरत सफर पर ट्रेन की राह में दो घोड़े की नाल जैसी सुरंग और एक 158.5 मीटर ऊंचा पुल आता है. 

कभी स्टीम इंजन वाली ट्रेन में अब डीजल इंजन है, जो 18 से 20 लीटर ईंधन प्रति घंटा खाता है. यह खर्च भाखड़ा नांगल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट उठाता है.  

दुनियाभर से भाखड़ा-नांगल डैम देखने आने वाले टूरिस्ट इस ट्रेन में भी सफर करते हैं, जिसका रिश्ता भारत ही नहीं पाकिस्तान से भी जुड़ा है.

इस ट्रेन में 1923 में पाकिस्तान के कराची में बने लकड़ी के कोच लगे हैं, जो पहले 10 होते थे, लेकिन खर्च घटाने को इन्हें 3 कर दिया गया है.

ट्रेन का नाता अमेरिका से भी जुड़ा है. 1953 में स्टीम इंजन की जगह लेने वाला इसका 400 हॉर्सपॉवर का डीजल इंजन अमेरिका में ही बना था.

इस डीजल इंजन पर अमेरिका के पेनसिल्वेनिया की बहुराष्ट्रीय कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक की मुहर आज भी साफ देखी जा सकती है. 

साल 2011 में यह ट्रेन बंद करने का निर्णय हुआ, लेकिन फिर इसे आय के बजाय विरासत संजोकर रखने के लिए चालू कर दिया गया.