भारत में पिछले 10 सालों में कितनी बढ़ी गर्मी? सोचने पर मजबूर कर देगी सच्चाई
Utkarsha Srivastava
भारत के लगभग 40 शहरों में तापमान 45 डिग्री के पार चला गया है. राजस्थान के फलोदी में तो पारा 51 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है.
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने भारत में बढ़ते तापमान पर एक रिसर्च रिपोर्ट जारी की है. जिसमें 10 सालों में भारत के मौसम में आए बदलावों के बारे में बात की गई है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 10-15 सालों में तापमान में 5 से 7 डिग्री की बढ़ोतरी हो चुकी है.
एनसीडीसी के मुताबिक भारत में 16 साल पहले बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान जैसे सिर्फ 9-10 राज्यों में ही अत्यधिक गर्मी और लू का असर देखा जाता था. अब ये आंकड़ा बढ़ चुका है.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में बीते 10 साल में लू प्रभावित राज्यों की संख्या में 35 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी हुई है.
साल 2015 से 2024 के बीच भारत के अत्यधिक गर्मी प्रभावित राज्यों की संख्या 17 से बढ़कर 23 हो गई है. हैरानी की बात ये भी है कि इस रिपोर्ट में अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के नाम भी शामिल हो गए हैं.
ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच मॉनिटरिंग प्रोजेक्ट के नए आंकड़ों में तापमान बढ़ने का राज छुपा है. इन आंकडों के मुताबिक साल 2000 के बाद से भारत में 2.33 मिलियन हेक्टेयर वृक्ष क्षेत्र कम हो गए हैं. 2013 से 2023 तक भारत के प्राकृतिक वनों को बड़ा नुकसान पहुंचा है.
द लैंसेट पत्रिका में छपी एक रिसर्च के मुताबिक भारत में 2000-04 और 2017-21 के बीच गर्मी के कारण हुई मौतों में 55% की बढ़ोत्तरी देखी गई है.