Nov 2, 2023, 11:05 AM IST

वह योद्धा जिसकी वजह से मृत्यु शैय्या पर लेटे भीष्म पितामह

DNA WEB DESK

शिखंडी की वजह से भीष्म पितामह की मौत हुई थी लेकिन शिखंडी ने भीष्म पितामह को नहीं मारा था.

अर्जुन, अकेले कभी सक्षम ही नहीं होते कि वे भीष्म जैसे योद्धा को हरा सकें.

और शिखंडी तो कभी नहीं हरा सकता था पर वह ऐसा योद्धा थे जिसके सामने भीष्म पितामह शस्त्र नहीं उठाते.

लेकिन शिखंडी पहले जन्म में अंबा नाम की राजकुमारी थी, जिसने भीष्म को मारने के लिए शिखंडी रूप में दोबारा जन्म लिया था. वजह भी ऐसी ही है.

भीष्म ने विचित्रवीर्य के विवाह के लिए काशीराज की तीन पुत्रियों अंबा, अंबिका और अंबालिका को हरण कर लिया था.

जब भीष्म को पता चला कि अंबा राजा शाल्व को प्यार करती हैं तो उन्होंने उसे राजा शाल्व के पास भेज दिया लेकिन राजा शाल्व ने अम्बा ठुकरा दिया. 

जब अंबा परशुराम के पास पहुंची और भीष्म से बदला लेने का आग्रह किया. परशुराम जी ने अंबा को भीष्म से विवाह की सलाह दी लेकिन भीष्म ने आजीवन ब्रह्मचारी रहने के नाते शादी करने से इनकार कर दिया. 

परशुराम और भीष्म में भीषण युद्ध हुआ लेकिन परशुराम को लौटना पड़ा. भीष्म अपनी प्रतिज्ञा पर अटल थे. अंबा ने शिव से इच्छामृत्यु वरदान मांगा और कहा कि वह भीष्म की मृत्यु का कारण बनना चाहती है.

शिव ने कहा कि यह अगले जन्म में ही संभव हो सकेगा. शिखंडी के रूप में अंबा ने पुनर्जन्म लिया था. भीष्म जानते थे शिखंडी पुरुष नहीं है, अंबा है इसलिए वे उसके सामने हथियार नहीं उठाएंगे.

उसी की ओट में छिपकर अर्जुन ने भीष्म पितामह को बाणों की शय्या पर सुला दिया. शिखंडी ही भीष्म के मौत की वजह बना.