वो शख्स जिसे मिली मनचाही मौत, दुनिया ने देखा लाइव नजारा
Rahish Khan
47 साल पहले आज ही के दिन (17 जनवरी 1977) अमेरिका में एक शख्स को मौत की सजा दी गई थी. इस सजा ने पूरी दुनिया का ध्यान अपने ओर आकर्षित किया था.
इस शख्स का नाम गैरी गिल्मोर (Gary Gilmore) था. जिसने 14 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा था.
गैरी गिल्मोर ने 19 जुलाई 1976 को अमेरिका के यूटा शहर में एक गैस स्टेशन कर्मचारी की लूटपाट करने के बाद हत्या कर दी थी.
इसके अगले दिन दूसरी जगह एक होटल मैनेजर बेनी बुशनेल के साथ लूटपाट की और उसे भी गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया.
इन दोनों घटनाओं के बाद वर्ष 1976 में Gary Gilmore को पुलिस ने गिरफ्तार लिया. बाद में कोर्ट ने गिल्मोर को सजा-ए-मौत सुनाई.
गिल्मोर के वकीलों ने जब सजा के खिलाफ अपील करनी चाही तो उसने उन्हें रोक दिया. गैरी ने कहा कि फांसी पर लटकना सम्मान से मरना होगा.
लेकिन गैरी गिल्मोर ने इस मौत को अपने तरीके से चुनने का फैसला किया. लेकिन उसे परमिशन नहीं दी गई. इसके लिए उसने जेल में ही भूख हड़ताल शुरू कर दी.
आखिरकार कोर्ट भी उसकी जिद के आगे झुक गया और पूछा कि आप क्या चाहते हो?
गैरी गिल्मोर ने कहा कि मुझे फांसी पर न लटकाया जाए. कुर्सी पर बैठाकर मेरे ऊपर फायरिंग कराई जाए. साथ ही इसका लाइव टेलीकास्ट भी हो.
कोर्ट ने उसकी ये आखिरी इच्छा मान ली. इसके बाद फांसी देने के समय पर गिल्मोर को कुर्सी पर बैठाया गया. इसके बाद 26 फीट की दूरी से 5 राइफल मैन ने गोली मारी.
गिल्मोर के सीने पर चार गोलियां मारी गई थीं. अमेरिका में मृत्युदंड पर रोक के 10 साल बाद यह देश में पहली सजा-ए-मौत थी.