Jun 8, 2024, 03:15 PM IST
दुनिया में ऐसे कई जगह मौजूद हैं जो अपनी कहानियों और मान्यताओं के लिए जाने जाते हैं.
इस बीच एक आइलैंड को लेकर खबर सामने आई हैं, जिसको लेकर कहा जाता है कि यहां जाने पर लोगों की मौत हो जाती है.
जानकारी के मुताबिक साल 1920 में सोवियत संघ एक ऐसी जगह की खोज में था जहां वो अपने जैविक हथियारों की टेस्टिंग कर सकें.
ऐसे में उन्हें कजाखिस्तान-उज्बेकिस्तान सीमा के पास Vozrozhdeniya नाम के एक टापू मिलता है, जो कि मीलों तक फैले रेगिस्तान से घिरा हुआ है.
इस टापू पर उन्होंने अपने जैविक हथियारों की टेस्टिंग की शुरुआत की.
यहां पर प्लेग, एंथ्रैक्स, स्मॉलपॉक्स, ब्रूसेलॉसिस, आदि जैसे कई जानलेवा टेस्टिंग की गई थी.
साल 1990 में समय के साथ इन सभी टेस्ट को नष्ट कर दिया गया लेकिन एंथ्रैक्स मिटी में रह गया.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि एंथ्रैक्स कई सदियों तक मिट्टी में रह सकता है, जिसके बाद दावा किया जाता है कि आज भी ये जमीन में भारी मात्रा में मौजूद है.
इसके मुताबिक जो कोई भी इंसान यहां जाता है उसकी मौत होना तय है.