आरिफ और सारस की दोस्ती इन दिनों लोगों की जुबान पर है.
सारस पक्षी की ऐसी कई खूबियां हैं जो दूसरे पक्षियों से इसे अलग साबित करती हैं.
सारस पक्षी अपनी वफादारी के लिए मशहूर होता है.
सारस भारत में सबसे ज्यादा पाया जाता है.इनकी संख्या देस में करीब 20,000 है लेकिन इनके संरक्षण की जरूरत है.
सिमटते नदी घाट, ताल और बड़े तालाब, इनके कम होने की एक वजह है.
ये छिछले पानी के आसपास ही बड़े घास में अपना घर बनाते हैं.
आमतौर पर खेतों में ये 2 से 6 की संख्या में नजर आते हैं.
कहा जाता है कि एक शिकारी ने त्रेता युग में एक सारस को मार देता है, दूसरा साथी, दुख में अपने प्राण त्याग देता है. महर्षि वाल्मीकि ने इसे देखकर शिकारी को शाप दे दिया था.
गोंड जनजाति के लोग सारस की पूजा करते हैं.
कहा जाता है कि सारस एक बार जिसे अपना साथी बनाता है, उम्रभर उसका साथ निभाता है. यह पक्षी प्यार का प्रतीक है.
सारस के पैर और चोंच एक लय में चलते हैं. सारस का अवैध शिकार इनकी संख्या कम कर रहा है. यह संरक्षित जीवों की सूची में आता है.