Nov 30, 2023, 11:00 PM IST

कहां है नरक का दरवाजा

Kuldeep Panwar

क्या आप स्वर्ग और नरक में यकीन करते हैं? यदि हां तो आपने यह भी सुना होगा कि स्वर्ग और नरक धरती पर ही मौजूद हैं. स्वर्ग का तो नहीं पता, लेकिन नरक जाने का दरवाजा इंसान खोज चुका है.

धरती पर मौजूद नरक जाने का यह दरवाजा एक बड़ा गड्ढा है, जिसमें हर समय आग जलती रहती है और गर्म गैसें धरती के अंदर से निकलती रहती हैं.

यह Door to Hell तुर्कमेनिस्तान के कराकुम रेगिस्तान में मौजूद है. तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गबात से 260 किमी दूर मौजूद इस गड्ढे की चौड़ाई करीब 60 मीटर है और गहराई 20 मीटर है. 

नरक के इस दरवाजे की खोज 1971 में तत्कालीन सोवियत संघ (रूस व अन्य कई देशों का संघ) के एक वैज्ञानिक ने की थी, जो कराकुम रेगिस्तान में गैस तलाशने आया था.

इस सोवियत जियोलॉजिस्ट ने नेचुरल गैस खोजने के लिए कुछ मजदूरों को साथ लेकर कराकुम रेगिस्तान में गड्ढा करना शुरू किया था. इसी दौरान यह नरक का दरवाजा सामने आया था.

दरअसल खुदाई करते समय अचानक जमीन का एक बड़ा इलाका अंदर धंसता चला गया और वहां बहुत बड़ा गड्ढा बन गया, जिसमें से जहरीली मीथेन गैस निकलकर जमीन पर आने लगीं.

जहरीली गैस निकलने से बीमार होने के कारण मजदूरों ने गड्ढे में खुदाई करना छोड़ दिया. अन्य मजदूर भी वहां काम करने को तैयार नहीं हुए और मजबूरन वैज्ञानिक को काम रोकना पड़ा.

इस गड्ढे के खुला रहने पर जहरीली गैस चारों तरफ के इलाके में फैलने लगी. इसके चलते किसी स्थानीय नागरिक ने इसमें आग लगा दी. तभी से यह आग इस गड्ढे के अंदर लगातार जल रही है.

लोगों का आग लगाते समय मानना था कि धरती से निकल रही गैस खत्म होने पर गड्ढे की आग खुद बुझ जाएगी, लेकिन 50 साल से ज्यादा समय बीतने के बाद भी यह आग लगातार जारी है.

इस गड्ढे को अब तुर्कमेनिस्तान में सबसे बड़े टूरिस्ट अट्रेक्शन पॉइंट के तौर पर जाना जाता है. यह गड्ढा देखने के लिए हर साल औसतन 6 हजार लोग दुनिया के कोने-कोने से तुर्कमेनिस्तान आते हैं.