Mar 29, 2024, 03:58 PM IST

मुगल बादशाह का दामाद था ये हिंदू राजा

Kuldeep Panwar

मुगलों ने भारत में सत्ता चलाने के लिए हिंदू राजाओं की बेटियों-बहनों से विवाह किए थी. इससे ही उनकी सत्ता लंबे समय तक टिकी रही थी.

मुगलों के हिंदू राजकुमारियों से शादी करने के 20 से ज्यादा उदाहरण हैं, लेकिन किसी हिंदू राजा से मुगल राजकुमारी की शादी कभी नहीं की गई.

फिर भी आमेर (मौजूदा जयपुर) के राजा मान सिंह को मुगल बादशाह अकबर का दामाद कहते हैं, क्योंकि अकबर की भतीजी उनकी पत्नी बनी थी.

यह इकलौता उदाहरण है, जब मुगलों ने हिंदू परिवार में  'बेटी' दी थी. हालांकि मान सिंह की पत्नी मुबारक बेगम अकबर की सगी भतीजी नहीं थीं.

दरअसल मुबारक बेगम अकबर के सिपहसालार अधम खान की बेटी थी, जिनकी हत्या अकबर के ही आदेश पर बगावत के आरोप में कर दी गई थी. 

अधम खान अकबर की दाई माहम अंगा के बेटे थे, जिनका दूध बचपन में अकबर ने भी पिया था. इस कारण अकबर अधम को अपना भाई मानते थे.

अकबर ने अधम खान की हत्या के बाद मुबारक बेगम को अपनी बेटी माना था और इसी कारण उन्होंने मानसिंह से उसका विवाह कराया था.

मुगल दरबार के नवरत्नों में से एक मान सिंह को अकबर अपना बेटा कहकर पुकारते थे. मान सिंह ने अकबर के लिए कई अहम युद्ध लड़े थे.

मान सिंह को अपना बेटा मानने के कारण ही अकबर ने उनका विवाह मुबारक बेगम से कराया था, ताकि उनका रिश्ता और मजबूत हो सके.

युद्ध कलाओं में बेहद माहिर मानसिंह को मिर्जा की उपाधि मिली थी. उन्हें ही अकबर ने महाराणा प्रताप के खिलाफ हल्दी घाटी युद्ध की कमान दी थी.

यह भी कहा जाता है कि मुबारक बेगम मान सिंह से प्यार करती थीं और उन्होंने ही अकबर से राजा मान सिंह से विवाह कराने की गुहार लगाई थी.

मुबारक बेगम राजा मान सिंह की इकलौती पत्नी नहीं थीं. उनकी शादी सुशीलावती, सहोदरा गौड़ और मुनावरी बाई से भी हुई थी.