Apr 23, 2024, 01:24 PM IST

क्या चांद पर पहुंचने पर बहरा हो जाता है इंसान

Kavita Mishra

चांद पर जीवन को लेकर दुनियाभर में कई तरह के रिसर्च चल रही है. 

कुछ रिसर्च के बाद दावा किया गया कि कुछ इलाकों में इतना तापमान है कि वहां इंसान आराम से रह सकता है. 

 नासा के अंतरिक्ष प्रोग्राम के चीफ हावर्ड हू ने दावा किया था कि साल 2030 से पहले चांद पर इंसान लंबे वक्त तक रह सकता है.  

चांद को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं, ऐसे में आइए हम आपको चांद से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हैं. 

आपने कई बार यह बात सुनी होगी कि चांद पर पहुंचने के बाद इंसान बहरा हो जाता है. चलिए इसका सच हम आपको बताते हैं. 

चांद पर पहुंचने पर इंसान बहरा नहीं हो जाता, लेकिन चंद्रमा पर ध्वनि नहीं सुनी जा सकती.

चंद्रमा पर कोई वायुमंडल नहीं है, इसलिए ध्वनि तरंगों को संचारित करने के लिए कोई माध्यम नहीं है. 

ध्वनि, ऊर्जा का एक रूप है और यह तरंगों के रूप में एक जगह से दूसरी जगह ट्रेवल करती है.

 आवाज को लोगों तक पहुंचने के लिए माध्यम की ज़रूरत होती है. गैसों के माध्यम से हमारी आवाज़ एक जगह से दूसरी जगह जाती है.