Nov 1, 2023, 09:53 AM IST

कृष्ण के सामने ही क्यों खत्म हो गया था उनका वंश

DNA WEB DESK

महाभारत के युद्ध में कृष्ण पर सबसे बड़ा कलंक लगा.

उन पर आरोप लगा कि अगर वे चाहते तो युद्ध न होता.

गांधारी ने उन्हें युद्ध के बाद शाप दिया कि जैसे मेरा वंश नष्ट हुआ, तुम्हारा भी तुम्हारी आंखों के सामने हो जाए. 

इसके अलावा भगवान कृष्ण के पुत्र सांब को मिला शाप भी यदुवंश के विनाश का कारण था. 

सांब ने स्त्री का वेश लेकर ऋषियों से कहा कि वह गर्भवती है. वे उसे ये बताएं कि उसके गर्भ में बच्चे का लिंग क्या है.

उनमें से एक ऋषि ने इस खेल को समझ लिया और क्रोधित होकर सांब को श्राप दिया कि वो मूसल को जन्म देगा, जिससे उनके कुल और साम्राज्य का विनाश होगा.

यदुवंशी डर गए और उस मूसल को नष्ट कर दिया. 

समुद्र के किनारे विलास करते हुए सात्यकि और कृतवर्मा में एक दिन विवाद हो गया.

सात्यकि ने गुस्से में आकर कृतवर्मा का सिर काट दिया. इससे उनमें आपसी युद्ध भड़क उठा और वे समूहों में विभाजित होकर एक-दूसरे का संहार करने लगे.

इस युद्ध में प्रद्युम्न, सत्यकी और सभी यदुवंशी मारे गए. बब्रु और दारूक ही बचे थे.

यदुवंश के नाश के बाद कृष्ण के ज्येष्ठ भाई बलराम सुमुद्र पर ध्यानमग्न होकर प्राणों का उत्सर्ग कर दिया.

वहीं कृष्ण भगवान के पांव में बहेलिए ने तीर मार दी और उन्होंने देह त्याग दिया.