Mar 16, 2024, 09:47 AM IST

कैसे शुरू हुई थी कौरव और पांडवों की दुश्मनी?

Abhishek Shukla

कौरव और पांडव चचेरे भाई थे लेकिन उनका इतिहास रक्तरंजित रहा.

दोनों कुरुक्षेत्र में भिड़े और सबके हाथ अपनों के खून से रंग गए.

इनका सूत्रधार कौरवों का मामा और गांधार नरेश शकुनी था.

कुरुवंश ने गांधार का अपमान किया था. कौरवों और पांडवों के बीच नफरत का बीज शकुनी ने ही बोया था.

भीष्म पितामह ने शक्ति के दम पर गांधारी और धृतराष्ट्र का विवाह कराया था.

गांधार कमजोर राज्य था, शकुनी खून के घूंट पीकर रह गया.

वह ऐसे कदम उठाता कि जिससे कौरव पांडव भिड़ें. शकुनि ने साजिश किया और पांडवों को वनवास पर भिजवाया.

उसने जुए में पांडवों की हार के बाद द्रौपदी की मर्यादा तार-तार कराई. 

उसने जुए में पांडवों की हार के बाद द्रौपदी की मर्यादा तार-तार कराई. यहीं से पांडवों-कौरवों की विनाश गाथा शुरू हुई.

युद्ध में कौरव मरे, महायोद्धाओं का विनाश हुआ, पांडवों को जीत मिली लेकिन शकुनि और उसका बेटा उलूक भी खत्म हो गए.