Feb 10, 2024, 08:15 AM IST

भीम, अर्जुन, दुर्योधन और कर्ण नहीं, ये योद्धा सबसे बलवान था

Abhishek Shukla

भीम, अर्जुन, दुर्योधन और कर्ण नहीं, ये योद्धा सबसे बलवान था

जिसे चाहता पलभर में मसलकर राख कर देता. वह पांडवों की संतान था जिसे युद्ध के वीभत्स होने से पहले कोई जानता नहीं था

वह भीम और राक्षसी हिडिंबा के पुत्र घटोत्कच का पुत्र बर्बरीक था. उसे महाभारत को समाप्त करने के लिए सिर्फ 2 तीर चाहिए थे

उसकी मुलाकात जब कृष्ण से हुई तो उसने कहा कि वह युद्ध में कमजोरों का साथ देगा 

कुरुक्षेत्र में कौरव हारने लगे और पांडव जीतने लगे तो वह कौरवों की ओर गया

श्रीकृष्ण उसे देखकर कांप गए. उन्होंने उसे मारने की जुगत लगाई

बर्बरीक ने कहा था कि वह तीन बाणों से सारा युद्ध खत्म कर सकता है. भगवान कृष्ण ने उससे कहा कि इसकी परीक्षा दो.

कृष्ण ने कहा कि अगर इस वृक्ष के सारे पत्तों को एक तीर से छेद दो तो मान जाऊंगा कि तुम्हारी बात सच है. बर्बरीक ने उसे सच साबित कर दिखाया. भगवान कृष्ण ने एक पत्ता अपने पैर के नीचे दबा लिया था.

बर्बरीक ने कहा कि भगवान पैर हटा लीजिए, मैंने पत्तों को छेदने का संकल्प लिया है, आपके पैर को नहीं. भगवान उसकी शक्ति से डर गए.

कृष्ण ने उससे वचन लिया और उसका सिर ही मांग लिया. वह वचनबद्ध था, शीश काटकर दे दिया.

वही बार्बरीक भगवान कृष्ण के रूप में खाटू श्याम में पूजे जाते हैं.