Nov 8, 2024, 01:57 PM IST

सुबह-सुबह मुर्गे बांग क्यों देते हैं?

Sumit Tiwari

रोज सुबह-सुबह मुर्गे को बांग देते हुए सभी ने सुना होगा. 

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है? 

मुर्गा दिन के बाकी हिस्सों की तुलना में सुबह-सुबह ही क्यों बांग देता है?

दरअसल मुर्गे के शरीर में एक जैविक घड़ी होती है.  इसे सिरकेडियन रिदम कहा जाता है.

सूर्योदय के समय प्रकाश को देकर यह घड़ी सक्रिय हो जाती है. 

मुर्गे की आंखे बहुत संवेदनशील होती है. सूर्य का प्रकाश देखकर ये घड़ी मुर्गे को बांग देने के लिए प्रेरित करती है. 

दूसरी तरफ मुर्गों का सुबह-सुबह से बाग देना एक सामाजिक व्यवहार भी है.

मुर्गे की आवाज प्राकृतिक दुनिया के जीवन चक्र का एक अहम हिस्सा मानी जाती है.

पुराने समय में मुर्गे की बांग दिन-रात के चक्र को दर्शाती थी.