NASA के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने कार्टव्हील गैलेक्सी पर गौर किया है, और बताया है कि तारों का निर्माण कैसे होता है और गैलेक्सी के बीच में ब्लैक होल क्यों है.
ये पहाड़ों और घाटियों का लैंडस्केप जो चमचमाते तारों से घिरा है दरअसल ये पास के एक तारा निर्माण क्षेत्र NGC 3324 का एक कोना है जो कैरिना नेबुला में है.
इस प्लैंक के स्काई मैप जो की ESA (यूरोपियन स्पेस एजेंसी) का एक अहम मिशन जिसका NASA में जरूरी योगदान है उस में मिल्की वे गैलेक्सी धूल से जलता हुआ नजर आ रहा है.
इस चित्र में मिल्की वे गैलेक्सी कई प्रकार के गैस का मिश्रण और चार्ज्ड पार्टिकल्स से घिरा दिखाई दे रहा है.
मिल्की वे गैलेक्सी का केंद्र टेलिस्कोप की आंखो से धूल और गैस के बादल से बचा रहता है.
NASA का स्ट्रैटोस्फेरिक आब्जर्वेटरी फॉर इंफ्रारेड एस्ट्रोनॉमी (SOFIA) ने इस सेंटोरस के चित्र में मैग्नेटिक फिर्ल्ड्स का निरीक्षण किया है.
हबल स्पेस टेलीस्कोप का उपयोग करके ऐसी तस्वीर ली गई है जिसमें ब्रह्मांड घूम रहा है, जो अब तक खींची गई सबसे रंगीन गहरे अंतरिक्ष छवियों में से एक थी.
नासा के स्पिट्जर स्पेस टेलीस्कोप से ली गई इन तस्वीरों में पास की आकाशगंगा मेसियर 81 की शानदार स्पाइरल भुजाओं को दिखाया गया है.
एक्स-रे और रेडियो में गैलेक्टिक सेंटर पैनोरमा एक ऐसा पैनोरमा है जो आकाशगंगा के केंद्र के ऊपर और नीचे एक कभी न सोच सकने वाला एक्स-रे दृश्य दिखाता है.
नासा फर्मी गामा-रे स्पेस टेलीस्कोप की मदद से वैज्ञानिकों ने हमारी आकाशगंगा में एक विशाल, रहस्यमय संरचना की खोज की.