डीएनए हिन्दी: होंडुरस - मध्य अमेरिका का यह देश पिछले कुछ सालों से अपने अजीबोग़रीब नसीब से जूझ रहा था. 2009 में रातों रात सत्ता परिवर्तित हुई थी. सत्ता जिन हाथों में गयी उसने देश को भ्रष्टाचार की तरफ़ मोड़ दिया लेकिन पिछले कुछ दिनों से होंडुरस लगातार ख़ुशियां मना रहा है. देश की सत्ता पहली बार किसी महिला के हाथ में जाने वाली है. देश की पूर्व प्रथम महिला और पूर्व राष्ट्रपति मेनुअल जिलाया कि पत्नी ‘जिओमारा कास्त्रो’ देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनने जा रही हैं. जिओमारा कास्त्रो समाजसेवी हैं और उदार राजनैतिक चेतना की प्रतीक भी हैं.
लैंडस्लाइड विक्ट्री
रविवार को हुए चुनाव में जिओमारा कास्त्रो को लगभग 53% वोट हासिल हुए हैं. लगभग आधे वोटों की गिनती होते-होते यह तय हो गया था कि कास्त्रो जीत रही हैं जबकि सत्तारूढ़ पार्टी के प्रत्याशी और निवर्तमान राष्ट्रपति जुआन ऑर्लैंडो हर्ननडेज़ काफ़ी पीछे चल रहे थे. शुरूआती 1.8 मिलयन वोटों की गिनती ने ही आगे का रुख तय कर दिया था. कास्त्रो तब तक लगभग साढ़े तीन लाख वोटों से आगे थीं. इस बड़े फेर बदल में 68% मतदान का भी विशेष योगदान रहा. यह चुनाव चार साल पहले हुए चुनाव की तुलना में काफ़ी शांतिप्रद भी रहा.
12 साल बाद सत्ता में लौटा है लेफ़्ट
जुआन ऑर्लैंडो हर्ननडेज़ इस चुनाव में काफ़ी अलोकप्रिय नज़र आये. जिओमारा कास्त्रो के समर्थक जुआन के सत्ता से बाहर होने को ख़ूब ख़ुश होकर मनाते नज़र आये. जुआन पर ड्रग केस में फंसने से लेकर कई तरह के भ्रष्टाचार के आरोप थे. ऐसे समय में कास्त्रो के होने को उम्मीद की किरण की तौर पर देखा गया है.
दुनिया भर की नज़र होंडुरस पर
कास्त्रो के जीतने पर केवल देश में ही नहीं बल्कि दुनिया के दूसरे मुल्कों में भी आशा की लहर पैदा हुई है. उम्मीद की जा रही है कि जिओमारा कास्त्रो देश की विदेश नीतियों पर विशेष ध्यान देंगी.