डीएनए हिंदी: Nepal News- नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड की पत्नी सीता दहल का बुधवार को निधन हो गया है. सीता दहल का निधन दिल का दौरा पड़ने के कारण हुआ है. हालांकि वे लंबे समय से एक बेहद दुर्लभ बीमारी से पीड़ित चल रही थीं, जो एक लाख लोगों में से महज 5-6 लोगों को ही अपना निशाना बनाती है. 69 वर्षीया सीता दहल को बुधवार सुबह 8 बजे दिल का दौरा पड़ा. इसके बाद अस्पताल ने सुबह 8.33 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पर्किंसन जैसे लक्षण वाली दुर्लभ बीमारी से थीं पीड़ित
सीता दहल एक बेहद दुर्लभ दिमागी बीमारी से पीड़ित थीं, जिसके लक्षण पर्किंसन जैसे होते हैं. हालांकि प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लियर पाल्सी (Progressive supranuclear palsy) को पर्किंसन से बेहद अलग माना जाता है. PSP के नाम से ज्यादा पहचानी जाने वाली इस बीमारी सीता दहल को एक बड़ा अटैक आया था. उस समय उन्हें ललितपुर के हॉस्पिटल के ICU में भर्ती कराना पड़ा था. दो साल पहले इस बीमारी का इलाज कराने के लिए प्रचंड अपनी पत्नी को लेकर मुंबई भी आए थे. यहां भी इलाज के बावजूद उन्हें बहुत लाभ नहीं मिला था.
क्या है पीएसपी बीमारी
PSP एक तरीके की दिमागी बीमारी है, जिसे बेहद दुर्लभ माना जाता है. इससे पीड़ित व्यक्ति को चलने-फिरने, हिलने-डुलने और अपना संतुलन बनाने से लेकर आंखों को इधर-उधर घुमाने तक में दिक्कत होने लगती है. इस बीमारी के कारण दिमाग में एक खास नर्व सेल्स कल्स्टर nuclei (ssupranuclear) को नुकसान पहुंचता है, जो सोचने और शरीर के मूवमेंट को कंट्रोल करती हैं. नाम से ही जाहिर है कि यह बीमारी समय बीतने के साथ प्रोग्रेसिव यानी बढ़ती चलती जाती है और पाल्सी (कमजोरी) का कारण बनती है. पर्किंसन बीमारी से कुछ लक्षणों में समानता के बावजूद PSP उससे बेहद अलग होती है.
अभी तक नहीं मिला है कोई इलाज
PSP इसलिए भी दुर्लभ बीमारी है, क्योंकि अभी तक इसका कोई भी प्रभावी इलाज नहीं तलाशा जा सका है. हालांकि अब इस बीमारी के कुछ लक्षणों को दवाओं के जरिये नियंत्रित करने में सफलता मिली है. डॉक्टरों के मुताबिक, PSP ऐसी दुर्लभ बीमारी है, जिससे प्रति 1,00,000 लोगों में से महज 5 से 6 ही पीड़ित मिलते हैं.
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