डीएनए हिंदी : पाकिस्तान की सरकार ने नागरिकता को लेकर एक नयी घोषणा की है. इस नयी घोषणा के मुताबिक पाकिस्तान की सरकार ने कुछ लोगों को स्थायी नागरिकता देने का वादा किया है. माना जा रहा है कि अमीर अफग़ान, चीनी और अमेरिकी सिखों से निवेश आकर्षित करने के लिए पाकिस्तानी सरकार ने यह घोषणा की है.
इस मामले पर बोलते हुए पाकिस्तान (Pakistan) के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि, “नयी राष्ट्रीय सुरक्षा नीतियों के मद्देनज़र जिसके अनुसार पाकिस्तान ने geo-economics को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा मूल घोषित किया है. सरकार ने विदेशी नागरिकों के लिए स्थायी नागरिकता( Permanent Citizenship) की स्कीम की बात की है. विदेशी नागरिक अगर निवेश कर पाएं तो उन्हें देश की नागरिकता मिल जाएगी.
लाखों डॉलर इंवेस्टमेंट का सपना सजा रही पाकिस्तानी सरकार
अमीर विदेशी नागरिकों को देश की नागरिकता देकर पाकिस्तान की सरकार तगड़े निवेश के सपने देख रही है. देश के प्रमुख अखबार द डाउन की मान मानी जाए तो सरकार सम्पत्ति के अधिकार और नागरिकता (property rights and permanent citizenship) के ज़रिये निवेश आमंत्रित करने के अपने प्लान को लेकर बेहद उत्साहित है. अखबार आगे यह कहता है कि पाकिस्तान उन अफग़ानी नागरिकों में विशेष रूप से दिलचस्पी ले रहा है जो इस वक़्त इरान, टर्की या मलेशिया जैसी जगहों पर निवेश कर रहे हैं.
सिखों को भी लुभाने की कोशिश
बड़ी संख्या में हर साल पाकिस्तान में सिख टूरिस्ट आते हैं. वे मुख्यत: पाकिस्तान में मौजूद अपने धार्मिक तीर्थ स्थलों की यात्रा पर आते हैं. पाकिस्तान सरकार उम्मीद कर रही है कि यह सिख समुदाय पाकिस्तान में निवेश के लिए तैयार हो जाएगा, साथ ही Permanent Citizenship के ऑफर को भी स्वीकार लेगा. इसके अतिरिक्त देश के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) उन चीनी निवेशकों को लुभाना चाह रहे हैं जिन्होंने देश के विभिन्न हिस्से में अपनी इंडस्ट्रीज़ लगायी है.
14 दिसम्बर तक 7000 पाकिस्तानियों ने भारतीय नागरिकता के लिए अप्लाई किया
पाकिस्तान द्वारा नागरिकता बांटने की इस घोषणा के बीच एक और अहम ख़बर यह है कि 2021 के 14 दिसम्बर तक लगभग 7000 पाकिस्तानी नागरिकों ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन दाखिल किया है.
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