डीएनए हिंदी: PM Modi In America- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाषण कला के दीवाने भारत में उनकी हर रैली में देखने को मिलते हैं, लेकिन गुरुवार देर रात (भारतीय समयानुसार) जब पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद को संबोधित किया तो वहां भी माहौल 'मोदीमय' हो गया. अमेरिकी सांसदों पर मोदी का प्रभाव किस कदर दिखाई दिया, इसका नजारा उनके 58 मिनट के भाषण में 'मोदी-मोदी' के नारों और सांसदों की तरफ से 15 बार खड़े होकर व 79 बार बैठकर बजाई गई तालियों की गड़गड़ाहट में सभी ने देखा. भाषण के बाद भी सांसदों में मोदी के ऑटोग्राफ लेने और उनके साथ सेल्फी क्लिक करने का ऐसा जोश दिखाई दिया मानो वे हॉलीवुड सेलीब्रेटी हों. इस दौरान दूसरी बार अमेरिकी संसद को संबोधित करने वाले पहले भारतीय पीएम बने मोदी ने सबके सामने भारत की मौजूदा से लेकर भविष्य तक की नीति का भी खाका खींचा. उन्होंने आतंकवाद, शांति और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बात करने से लेकर सभी को इस बारे में साफ-साफ बताया कि मौजूदा भारत क्या है.
आइए 5 पॉइंट्स में जानते हैं पीएम मोदी के भाषण की खास बातें.
1. AI मतलब अमेरिका और इंडिया
पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद को धन्यवाद के साथ अपने भाषण की शुरुआत की. उन्होंने कहा, अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करना सम्मान की बात है. मैं भारत की 1.4 अरब जनता की तरफ से हार्दिक आभार जताता हूं. उन्होंने अपने संबोधन में भारत-अमेरिका के संबंधों को लेकर भी अपनी नीति सभी के सामने स्पष्ट कर दी. उन्होंने कहा, आज की तारीख में AI (Artificial Intelligence) की बात बहुत ज्यादा होती है. मेरे हिसाब से AI का मतलब है अमेरिका और इंडिया. उन्होंने कहा, भारत और अमेरिका पर महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग का प्रभाव है.
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2. भारत की विविधता सबको समझाई
पीएम मोदी ने अमेरिकी सांसदों को भारत की विविधता की जानकारी दी. उन्होंने कहा, हमारे यहां 2500 पार्टियां हैं. 22 ऑफिशियल भाषाओं के साथ हजारों बोलियां. हर 100 मील पर खानपान बदल जाता है. हमने पिछले साल आजादी के महापर्व का 75वां जश्न मनाया है. हजारों सालों के विदेशी शासन के बाद आजादी के 75 साल पूरे किए हैं. यह लोकतंत्र का ही नहीं बल्कि विविधता का भी उत्सव था.
3. आतंकवाद अच्छा-बुरा नहीं, सिर्फ बुरा है
पीएम मोदी ने आतंकवाद के मसले पर बिना नाम लिए पाकिस्तान और चीन पर करारा हमला बोला. उन्होंने कहा, अच्छा आतंकवाद और बुरा आतंकवाद नहीं होता. आतंकवाद केवल बुरा होता है. उन्होंने कहा, 9/11 हमले और मुंबई में 26/11 हमले के एक दशक बाद भी कट्टरवाद-आतंकवाद दुनिया के लिए गंभीर खतरा हैं. विचारधाराएं नई पहचान और नया रूप लेती रहती हैं पर इनके इरादे नहीं बदलते. ये मानवता के दुश्मन हैं. इनसे निपटने में किंतु-परंतु नहीं हो सकता. उन्होंने कहा, आतंकवाद और कट्टरवाद के खिलाफ भारत-अमेरिका साथ हैं. इस पर कार्रवाई जरूरी है. आतंक बढ़ाने वाली ताकतों पर काबू पाना होगा. सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई को लेकर हम आपस में सहमत हैं. इंडो-पैसेफिक एरिया शांत व सुरक्षित रहे यह भारत-अमेरिका की साझा प्राथमिकता है.
4. पहले हमने आजादी से प्रेरित किया, अब तरक्की से करेंगे
पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सदी में भारत की आजादी ने अन्य देशों को स्वतंत्र होने की प्रेरणा दी. दुनिया की आबादी का छठा हिस्सा भारत इस सदी में तरक्की के बेंचमार्क बनाएगा, जो दुनिया को प्रेरित करेगा. हमारी सोच है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास.
5. इतिहास से अलग पर विजन में समान
पीएम मोदी ने कहा, भारत-अमेरिका की परिस्थिति और इतिहास अलग-अलग हैं, लेकिन हमारी सोच और विजन एक है. इसी से हम एकजुट हैं. हमारी साझेदारी से इनोवेशन बढ़ता है. विज्ञान के नए अवसर खुलते हैं, जिससे मानवता को लाभ होगा. यही हमारी साझेदारी का मिशन है.
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