10 April से है पाकिस्तान का खास कनेक्शन, 36 साल पहले हुई थी यह घटना

| Updated: Apr 10, 2022, 12:21 PM IST

Imran khan in pic (Pakistan connection with 10 april)

इमरान खान सरकार की विदाई के साथ ही एक बार फिर 10 अप्रैल पाकिस्तान के इतिहास में अहम तारीख के तौर पर दर्ज हो गया है.

डीएनए हिंदी: 10 अप्रैल की तारीख का पाकिस्तान के इतिहास में अहम रोल है. इस तारीख से पाकिस्तान की तीन महत्वपूर्ण घटनाएं जुड़ी हैं. कैलेंडर का यह 100वां दिन इस साल  भी पाकिस्तान के इतिहास के लिए एक अहम बदलाव दर्ज कर गया है. पाकिस्तान का संविधान लागू होने से लेकर इमरान सरकार की विदाई तक ये हैं 10 अप्रैल की तारीख को पाकिस्तान में हुए बड़े बदलाव- 

10 अप्रैल को पारित हुआ था संविधान
1947 में हुए बंटवारे के बाद पाकिस्तान अलग देश बन गया. इसी साल से 14 अगस्त को पाकिस्तान ने अपना स्वतंत्रता दिवस मनाना शुरू किया. इसी के साथ पाकिस्तान की कमान जुल्फिकार अली भुट्टो ने संभाली, लेकिन यहां संविधान लागू होने में लंबा वक्त लगा. सन् 1973 में जुल्फिकार अली भुट्टो की कोशिशों के बाद ही 10 अप्रैल के दिन पाकिस्तान का संविधान पारित हुआ. इसे 14 अगस्त 1973 से लागू किया गया. पाकिस्तान के संविधान को वहां आईन-ए-पाकिस्तान और दस्तूर-ए-पाकिस्तान कहा जाता है. 

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7 साल बाद लौटीं बेनजीर भुट्टो
सन् 1979 में जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी दे दी गई थी. इसके बाद भुट्टो परिवार को नजरबंद कर दिया गया था और उन्हें देश छोड़कर बाहर जाना पड़ा. इस वजह से जुल्फिकार अली भुट्टो की बेटी बेनजीर भुट्टो को परिवार समेत ब्रिटेन जाना पड़ा था. इसके बाद दूर रहकर वह पाकिस्तान में काफी लोकप्रिय हो गई थीं. आखिर सात साल के निर्वासन के बाद बेनजीर भुट्टो साल 1986 में 10 अप्रैल के दिन ही अपने देश वापस लौटीं और सन् 1988 में चुनाव जीतकर पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं.यही नहीं वह किसी भी मुस्‍ल‍िम देश का नेतृत्‍व करने वाली पहली महिला थीं.

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इमरान खान की विदाई
इस साल का 10 अप्रैल भी पाकिस्तान के इतिहास में दर्ज हो गया है. 10 अप्रैल को पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए कुर्सी से हटा दिया गया है. शनिवार को देर रात इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई और इसी के साथ सत्ता इमरान खान के हाथ से चली गई.

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